Monday 22 September 2014

रेल बजट 2014-15 के मुख्य बिन्दु...


रेल बजट 2014-15 के मुख्य बिन्दु...

रेलमंत्री सदानंद गौड़ा ने मंगलवार को नरेन्द्र मोदी सरकार का पहला रेल बजट पेश किया। प्रस्तुत है रेल बजट से जुड़ी जानकारी....

नई गाड़ियां...
* 27 एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होंगी।
* 5 नई जनसाधारण एक्सप्रेस चलाई जाएंगी।
* 5 नई प्रीमियम गाड़ियां चलाई जाएंगी।
* 5 डेमू गाड़ियां चलाई जाएंगी।
* मुंबई-दिल्ली एसी एक्सप्रेस।
* मुंबई-गोरखपुर के बीच जनसाधारण एक्सप्रेस।
* सहरसा-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस चलेगी।

* मुंबई को दो साल में 864 ईएमयू।
* ए वन श्रेणी की गाड़ियों में वाई फाई की सुविधा।
* नमक ढुलाई के लिए खास डिब्बे बनाने का प्रस्ताव, ताकि उनमें जंग न लगे।
* रेलवे अगले 5 साल में अपना सभी काम कंप्यूटरीकृत कर देगी।
* ट्रेन के जरूरत से ज्यादा स्टेपेज की समीक्षा की जाएगी।
* नई लाइनों के लिए 18 सर्वेक्षण प्रस्ताव।
* एसएमएस से ट्रेन में मिलेगा खान।
* श्रीनगर तक जाने के लिए सिर्फ एक टिकट।
* डिजिटल रिजर्वेशन चार्ट बनाया जाएगा।
* एक्सप्रेस ट्रेनें ज्यादा स्टेशनों पर नहीं रुकेगी।
* केदारनाथ और बदरीनाथ के बीच रेल लाइन का सर्वेक्षण होगा।
* कुल नौ मार्गों पर चलाई जाएगी हाईस्पीड ट्रेन।
* दिल्ली-कानपुर, दिल्ली-चंडीगढ़, नागपुर-बिलासपुर, दिल्ली-पठानकोट, दिल्ली-आगरा, चेन्नई-हैदराबाद, के बीच भी चलाई जाएंगी हाईस्पीड ट्रेन।
* 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार होगी।
* चार शहरों को जोड़ने हेतु हीरक चतुर्भुज योजना के लिए 100 करोड़ रुपए।
* राजधानी और शताब्दी में वाई फाई की सुविधा मिलेगी।
* पोस्ट ऑफिस से भी मिलेंगे टिकट।
* पूर्वोत्तर राज्यों में ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा।
* इंटरनेट टिकट प्रणाली में सुधार होगा। इंटरनेट के जरिए मिलेगा प्लेटफार्म टिकट।
* अनारक्षित टिकट भी इंटरनेट पर मिलेगा।
* स्टाफ बेनिफिट फंड 500 से बढ़ाकर 800 रुपए करने का प्रावधान।
* रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रावधान।
* ग्राउंड लेबल के कर्मचारियों को शॉर्ट टर्म लाइव।
* मुंबई अहमदाबाद के बीच चलेगी पहली बुलेट ट्रेन।
* रिटायरिंग रूम के लिए ऑनलाइन बुकिंग होगी।
* रेलवे में ब्रांडेड खाना देने की तैयारी।
* ब्रांडेड कंपनियों के खाने की चरणबद्ध शुरुआत होगी।
* रेडी टू ईट खाना देने की तैयारी।
* बड़े स्टेशनों पर बनेंगे फूड कोर्ट।
* रेलवे में आरओ वाला पानी मिलेगा।
* कई और ट्रेनों में बायो टॉयलेट बनाए जाएंगे।
* 50 मुख्‍य स्टेशनों पर सफाई निजी हाथों में।
* साफ सफाई की मानिटरिंग सीसीटीवी से। हेल्पलाइन भी शुरू होगी।
* पीने के पानी का बेहतर इंतजाम किया जाएगा।
* 11563 मानव रहित क्रासिंग।
* रेलवे की आमदनी कम हुई।
* पेंशन निधि में ज्यादा पैसा देना पड़ा।
* लक्ष्य से 4160 करोड़ रुपए कम मिले।
* यात्रियों की संख्या दो प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद।
* कैबिनेट से रेलवे में निवेश की इजाजत मांगी जाएगी।
* 1.49 लाख करोड़ रुपए की आय की उम्मीद।
* 1.05 लाख करोड़ रुपए माल ढुलाई से।
* 44 हजार करोड़ की आय यात्रियों के माध्यम से।
* पेंशन निधि के लिए 28550 करोड़ रुपए।
* सभी स्टेशनों पर पीपीपी के जरिए फुट ओवर ब्रिज।
* वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैटरी चलित कार स्टेशन तक के लिए।
* पानी की सुविधा, एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
* रेल बजट तालियों के लिए नहीं।
* रेलवे में एफडीआई को मंजूरी मिलेगी।
* रेलवे परियोजनाओं में विदेशी निवेश होगा, परिचालन में नहीं।
* रेलवे में निजी निवेश की जरूरत।
* बुलेट ट्रेन चलाने के लिए हमारे पास सिर्फ एक ही जरिया है, वह किराया बढ़ाने का।
* सामाजिक दायित्व के नाम शुरू योजनाओं का लाभ नहीं मिला।
* हमारी मानना है कि ज्यादातर योजनाओं के लिए पैसा पीपीपी के जरिए आए।
* बुलेट ट्रेन के लिए 9 लाख करोड़ रुपऐ चाहिए।
* हाई स्पीड ट्रेन के लिए भी निवेश की जरूरत।
* 5 लाख करोड़ की योजनाएं लंबित हैं।
* एक लाख 82 हजार करोड़ रुपए चाहिए लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए।
* 99 योजनाओं की घोषणा, पूरी हुई सिर्फ एक।
* 4 परियोजनाएं 30 साल से लंबित हैं।
* नई लाइनों के दोहरीकरण पर जोर नहीं दिया गया।
* नई परियोजनाओं की घोषणा नहीं, पुरानी योजनाओं के पूरा करने पर जोर।
* दवा शुरू में कड़वी लगती है, मगर बाद अमृत का काम करती है।
* एक बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 60 हजार करोड़ रुपए चाहिए।
* लोक लुभावन घोषणाओं से रेलवे की दुर्गति हुई।
* पिछले 30 सालों में 600 से ज्यादा योजनाओं को मंजूरी मिली।
* एक रुपए कमाने पर 94 पैसे खर्च हो जाते हैं। यानी बचत सिर्फ 6 पैसे की होती है।
* छह पैसे में सुरक्षा और दूसरे खर्चे देखने पड़ते हैं।
* कई इलाकों में भारतीय रेल अब भी नहीं पहुंची है।
* हर दिन 30 लाख टन माल की रेलवे के माध्यम से ढुलाई होती है।
* जनता का हित सरकार के लिए सर्वोपरित।
* रेल परिवार में 13 लाख से ज्यादा कर्मचारी।
* माल भाड़ा हम बढ़ाते रहे हैं मगर यात्री किराया नहीं बढ़ाया गया।
* 139558 करोड़ की कुल आमदनी हुई।
* 5 लाख करोड़ की योजनाएं लंबित।

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